daldali point minpart Life me ek Baar Jarur Dekhe | Unseen Beauty Of Mainpat Shimla of Chattisgarh
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अंबिकापुर। छत्तीसगढ़ अपनी प्राकृतिक सुषमा और अजब-गजब पर्यटन स्पॉट के लिए काफी फेमस है। ऐसा ही एक स्थान है जहां पर कूदने मात्र से ही धरती हिलने लगती है। किसी नर्म गद्दे की सी ये धरती पर्यटकों को काफी अट्रैक्ट करती है। इस स्थान का नाम जलजली रखा गया है। जानिए यहां क्यों हिलती है धरती…
छत्तीसगढ़ 1 नवंबर को छत्तीसगढ़ अपना स्थापना दिवस सेलिब्रेट करने जा रहा है। ऐसे में dainikbhaskar.com आपको छत्तीसगढ़ की अजब-गजब मान्यताएं, पहनावा, रहन-सहन और यहां के अद्भुत टूरिज्म स्पॉट से रूबरू करा रहा है।
- छत्तीसगढ़ के सरगुजा में मैनपाट में स्थित है जलजली। यहां दो से तीन एकड़ धरती काफी नर्म है। यहां पांव रखते ही ऐसा महसूस होता है कि किसी नर्म गद्दे पर पांव आ गया हो।
- यहां कूदने से धरती गद्दे की तरह हिलती है। जलजली के आसपास रहने वालों के मुताबिक कभी यहां जलस्रोत रहा होगा जो समय के साथ ऊपर से सूख गया और अंदर जमीन दलदली रह गई।
- यह एक टेक्निकल टर्म ‘लिक्विफैक्शन' का एक उदाहरण है। जियो साइंटिस्ट डॉ. निनाद बोधनकर के अनुसार लिक्विफैक्शन इंगित करता है कि यहां भूकंप जैसा प्रभाव भी आ सकता है।
- बोधनकर का कहना है कि 1997 में जबलपुर में भूकंप आने के बाद होशंगाबाद नर्मदा के क्षेत्र में ऐसे दलदली क्षेत्र का निर्माण हुआ था लेकिन उसकी एग्जेक्ट वजह क्या है, उसका पता लगाया जाना चाहिए।
- एक सिद्धांत ये भी है कि पृथ्वी के आंतरिक दबाव और पोर स्पेस (खाली स्थान) में सॉलिड के बजाय पानी भरा हुआ है इसलिए यह जगह दलदली और स्पंजी लगती है।
- यहां आने वाले सैलानी जंप करते हुए अपनी वीडियो और फोटो क्लिक कराते हैं।
पहाड़ों में आ सटते हैं बादल
- वैसे तो मैनपाट में हर मौसम सुहाना रहता है, लेकिन सर्दियों में यहां बर्फ की महीन चादर बिछ जाती है, कोहरे और बादलों से पूरा इलाका ढंक जाता है।
- बारिश के दिनों में यहां बादल पहाड़ों से सट जाते हैं।
मिनी तिब्बत भी कहते हैं इसे
- 10 मार्च 1959 को तिब्बत पर चीन के कब्जे के बाद भारत के जिन पांच इलाकों में तिब्बती शरणार्थियों ने अपना घर-परिवार बसाया, उसमें एक मैनपाट है।
- मैनपाट के अलग-अलग कैंपों में रहने वाले ये तिब्बती यहां टाऊ, मक्का और आलू की खेती करते हैं।
- वहां के मठ-मंदिर, लोग, खान-पान, संस्कृति सब कुछ तिब्बत के जैसी है। इसलिए इसे मिनी तिब्बत के नाम से भी जाना जाता है।
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